कोरोना का कहर: रोगी में लक्षण दिखने से पहले ही हफ्ते भर में दसरा व्यक्ति हो सकता है संक्रमित की विधि

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित किया है। नॉवेल कोरोना वायरस का अध्ययन कर रहे शोधकर्ताओं ने पाया है कि संक्रमण फैलने में एक सप्ताह से कम का समय लगता है। एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि करीब 10 प्रतिशत मरीजों में यह संक्रमण वायरस से प्रभावित ऐसे व्यक्ति से फैलता है, जिसमें अभी कोई लक्षण दिखाई ही नहीं देते हैं। यह अध्ययन इस महामारी को रोक पाने में जन स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद कर सकता है ।इमर्जिंग इन्फेक्शियस डिसीज नाम के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में संक्रमित करने वाले व्यक्ति और संक्रमित होने वाले व्यक्ति में लक्षण नजर आने में लगने वाले समय को मापकर कोरोना वायरस का अनमान लगाया गया है।ऑस्टिन के यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास सहित अन्य यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का सिलसिलेवार अंतराल औसतन चार दिन का था। यानी संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे में फैलने के बीच में औसतन चार दिन का वक्त लगा था। महामारी फैलने की गति के बारे में शोधकर्ताओं ने कहा कि यह दो बातों पर निर्भर करती है। पहला, वायरस से प्रभावित कोई व्यक्ति अन्य कितने लोगों को संक्रमित करता है और दूसरा, इसे फैलने में कितना समय लगता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का सिलसिलेवार अंतराल यानी संक्रमण फैलने का समय कम होने के कारण कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढेगा और इसे रोकना मश्किल होगा। यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से को-ऑथर लॉरेन एसेल मेयर्स ने इबोला का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि इबोला का सिलसिलेवार अंतराल कई सप्ताह का होने से इंफ्लुएंजा से रोकना ज्यादा आसान है। मेयर्स ने आगे कहा कि डाटा के मताबिक कोरोना वायरस फ्ल की तरह फैल सकता हैइसका मतलब ये हआ कि इससे निपटने के लिए ज्यादा तेजी और आक्रामकता से बढना होगा।अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने चीन के 93 शहरों से 450 से अधिक संक्रमण के मामलों की रिपोर्ट की जांच की और सबसे बडा सबत अभी तक पाया है कि बिना लक्षण वाले लोग को वायरस फैला रहे हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि दस में से एक संक्रमण उन लोगों में से था, जिन्हें वायरस था लेकिन अभी तक कोई बीमारी महसूस नहीं हुई थी। दुनिया भर में हर दिन सैकड़ों नए मामले सामने आते हैं, वैज्ञानिकों ने कहा, डाटा समय के साथ एक अलग तस्वीर पेश कर सकता है।कोरोना वायरस को लेकर सवाल यह भी उठा कि क्या पशुओं से इंसान में कोरोना वायरस फैल सकता है? लेकिन इसकी अभी तक कहीं से कोई सचना नहीं मिली है। इसलिए पालतू जानवरों से कोरोना वायरस फैलता है या नहीं, इस संबंध में कोई साफ दावा नहीं किया जा सकता।कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को बुखार, थकान, सखी खांसी, मांसपेशियों में दर्द, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण दिखते हैं। संक्रमण होने पर व्यक्ति को पहले बखार आता है, फिर सूखी खांसी होती है। सप्ताह भर बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना पडता है। कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है। कोरोना वायरस किसी भी उम्र के व्यक्ति को शिकार बना सकता है। लेकिन अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज व हार्ट की बीमारी है, वे इसकी चपेट में जल्दी आ सकते हैं। इसलिए सभी उम्र के व्यक्तियों को इस वायरस से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। वायरस फैलने से ऐसे रोकें- -हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। छींकते और खांसते समय डिस्पोजेबल टिशू का यूज करें। यही नहीं इस इस्तेमाल किए गए टिशू को फेंकें और फिर इसके बाद हाथ जरूर धोएं। हाथ धोए बिना आंखों, नाक और मुंह को न छूएं। बीमार के संपर्क में आने से बचें।